How To Plan For A Successful Retirement (एक सफल सेवानिवृत्ति के लिए योजना कैसे बनाएं)
एक सफल retirement plan के लिए pension plan होना चाहिए। पैंशन प्लान में अपनी आय से एक हिस्सा पैंशन के लिए बचत करना पड़ता है। जो की भविष्य में रिटायरमेन के बाद पैंशन के हिसाब से मिलता है । जिससे की भविष्य सुरक्षित होता है।
एक उचित पैंशन प्लान लेने से रिटायरमैन के बाद जीवन में आनंद होने की संभावनाएं होती है।
पैंशन प्लान की कुछ जरूरी बातें
आयु सीमा
पैंशन प्लान के तहत कुछ कंपनी की पॉलिसी में निवेश करने के लिए 18 साल से अधिक होना चाहिए। जब की कुछ और कंपनी में प्रवेश आयु 30 साल से अधिक होती है।
और सर्वाधिक आयु लगभग 70 साल होती है।
Maturity period(परिपक्वता समय)
Maturity period या परिपक्वता समय मतलब पैंशनधारक को जो आयु से पेंशन मिलना शुरू होता है। यह आयु company और उनकी पॉलिसी के ऊपर निर्भर होती है।कुछ पॉलिसी में यह 40 की आयु से शुरु होजती है।
पैंशन प्रति माह
पैंशन क्यों लेनी चाहिए
रिटायरमेंट के बाद आय में कमी होजाती है। जिससे की साधारण जीवन व्यतीत करना मुश्किल होजाति है।ऐसी मुस्किल घड़ी में एक अच्छी पेंशन प्लान हमारे जीवन को सुखमय करसकता है। मासिक पेंशन से महीने की खर्चा चलाने में सहायता मिलती है।
बिभिन्न पेंशन योजना
1. NPS ( नेशनल पेंशन स्कीम )
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पेंशन स्कीम है।NPS की कुछ बिशेषताएं
- आयकर में छुट
- नियमित अंशदान
- पेंशन फ़ंड मेनेजर्स का बिकल्प
- निवेश पर उच्च रिटर्न्स ।
2. PPF (पब्लिक प्रोभिडेंट फ़ंड)
पब्लिक प्रोभिडेंट फ़ंड(PPF) भारत सरकार द्वारा सुरू की गई एक दीर्घकालीन निवेश योजना है, जिसमे जोखिम बहत कम होता है। PPF खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक के माध्यम से खोला जा सकता है।PPF की कुछ बिशेषताएं
- आयकर अधिनियम की धारा 80c के तहत लाभ
- 15 साल की लोक इन अवधि
- आकर्षक ब्याज दर
- जोखिम मुक्त निवेश
3. EPF (एम्प्लोयी प्रोविडेंट फ़ंड)
एम्प्लोयी प्रोविडेंट फ़ंड(EPF) एक कर्मचारी आधारित पेंशन स्कीम है। इसमे एम्प्लोयी और एम्प्लोयेर दोनों मिलकर योगदान करते हैं।EPF की कुछ बिशेषताएं
- आयकर अधिनियम की धारा 80c के तहत कर का लाभ
- एम्प्लोयर का अंशदान
- ब्याज दर पर सरकार का नियंत्रण ।
4. APY (अटल पेंशन योजना)
अटल पेंशन योजना(APY) एक सरकार द्वारा शुरू की गई एक असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी लोगों के लिए बनाई गई एक सरकारी पेंशन योजना है। इसमे 60 बर्ष की आयु के बाद नियमित पेंशन प्रदान की जाती है। इस योजना में अंशदान की राशि कर्मचारी का आयु और चुनी गयी पेंशन राशि के ऊपर निर्भर करता है।APY की कुछ खास बातें
- केंद्र सरकार द्वारा अंशदान में मदद
- मासीक, त्रैमासिक, अर्धबर्षिक अंशदान बिकल्प
- पेंशन की न्यूनतम राशि 1000 से 5000 रुपये तक होती है
5. SCSS (सीनियर सिटीजेन सेविंग स्कीम)
सीनियर सिटीजेन सेविंग स्कीम (SCSS) एक योजना है जिसके द्वारा वरिष्ठ नागरिक (60 वर्ष और उससे अधिक) लोगों के लिए उपलब्ध है। इसमे 5 साल की अवधि के लिए निवेश किया जाता है।प्रति माह जो पेंशन मिलती है वह पेंशन की premium के ऊपर निर्भर करता है। हालाकि कुछ company में यह premium की कुछ न्यूनतम राशि होती है।
सीनियर सिटीजेन सेविंग स्कीम(SCSS) की कुछ विशेषताएँ
- आयकर अधिनियम की धारा 80c के तहत कर में लाभ
- 5 साल की लोक इन अवधि
- उच्च ब्याज दर
- जोखिम मुक्त निवेश
आपके भबीश्य के लिए पेंशन योजनाएँ बहुत महत्वपूर्ण हैं। ऊपर दिये गए योजनओं से आपको अपनी भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निर्णय लेने में मदद होगी।
यदि यह जानकारी आपको पसंद आया हो तो कृपया अपना विचार कमेन्ट में बताएं।
Finance Hindi Mein में आने के लिए आपका धन्यवाद
Comments
Post a Comment